दंतेवाड़ा-जिला प्रशासन द्वारा पीड़िता बेवा सीमा गोयल को बुलाकर स्पष्ट आश्वासन दिया था कि अगले दिन आपको आपका आशियाना दे दिया जायेगा जिससे पीड़िता को तात्कालिक तौर पर राहत का अनुभव हुआ लेकिन फिर शुरू हुआ नाटकीय घटनाक्रम और अब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिल सका| जानकारी यह है कि शनिवार को दोनों ही पक्ष किरंदुल थाना पहुचे थे इस दरम्यान तहसीलदार भी थे. जब मीडिया ने तहसीलदार से पीड़िता के विषय में पूछा तो उन्होंने बेमन से कह दिया कि मैं तो केवल दस्तावेज लेने आया हूं शेष जानकारी उच्चधिकारी देंगे.
सूत्र यह भी बताते है कि पृथक किये गए विधायक प्रतिनिधि का अब भी प्रभाव है और कुछ नए कूटरचना कर पीड़िता को परेशान किये जाने का भी संदेह है.पीड़िता जब कब्ज़ा करने घर पहुंची उस दरम्यान पूर्व विधायक प्रतिनिधि भी आ धमके और दबंगई दिखाते बेवा पर अनर्गल आरोप लगाते रिपोर्ट करने की धमकी देते धक्का-मुक्की किये जाने की बात पीड़िता ने बताई. इस दौरान वार्ड की दर्जन से अधिक महिलाएं बेवा के समर्थन में मौजूद थी.बहरहाल, इस मामले में जिला प्रशासन से अपनी कथनी और करनी एक रखने की अपेक्षा पीड़िता को है ताकि उसे दर-दर भटकना न पड़े और न्याय मिले.वैसे भी विधायक प्रतिनिधि को इस मामले में विवाद के बाद कार्यमुक्त कर सरकार ने पीड़िता को न्याय दिलाने प्रतिबद्धता जाहिर कर दिया है अब केवल प्रशासन द्वारा पीड़िता को दिए गए आश्वासन-वादा को निभाना मात्र है.