निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़: 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान
जांजगीर-चांपा कलेक्टर आकाश छिकारा के निर्देशन में निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़ 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान के अंतर्गत जिले में अभियान का 07 दिसम्बर 2024 से शुभारंभ किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अभियान में प्रथम चरण अंतर्गत प्रमुख रूप से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (टीबी), राष्ट्रीय कुष्ट उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय वयोवृद्ध स्वास्थ्य संरक्षण कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवाओं को शामिल करते हुए निक्षय-निरामय शिविर (स्वास्थ्य शिविर) का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत जनसामान्य में मितानिनों द्वारा घर-घर जाकर टीबी एवं कुष्ट के शंकाष्पद मरीजों की खोज तथा इस हेतु उच्च जोखिम समूहों वाले व्यक्तियों का चिन्हांकन वयोवृद्ध व्यक्ति के हेल्थ प्रोफाईल के साथ स्वास्थ्य जांच, पुष्टि एवं स्वस्थ्य जीवन शैली हेतु जागरूक किया जा रहा है। टीबी के लक्षण युक्त व्यक्तियों का उच्च गुणवत्ता से नॉट जांच कराया जा रहा है तथा टीबी हेतु उच्च जोखिम वाले समूहों का निःशुल्क एक्स-रे कराते हुए नॉट जांच किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़ कार्यक्रम अंतर्गत अब तक 4 लाख 50 हजार 457 व्यक्तियों का स्क्रीनिंग किया जा चुका है। जिसमें उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों की संख्या 80 हजार 572 पाया गया है। विकासखंड अकलतरा में 31, बलौदा 32, बम्हनीडीह 29, पामगढ़ 26, नवागढ़ में 41 कुल 159 स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन आज दिनांक तक किया गया है। जिसमें कुष्ट में 344, टीबी में 422 तथा वयोवृद्ध 3164 सहायक यंत्र हेतु शंकाष्पद का चिन्हांकन किया गया है, 02 टीबी के मरीज पाए गए जिनका उपचार प्रारंभ किया गया है।