बीते कोरोना काल में आपदा को अवसर में बदलने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा फलीभूत रहा है। कोरोना काल में आपदा को अवसर में बदलने करतला विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत तुमान के सरपंच सचिव द्वारा मिलकर प्रवासी मजदूरो के लिए कोरोना काल में कोरेनटाइन सेंटर स्थापित किया गया था और वहां टेंट भी लगवाया गया था लेकिन आज पर्यंत तक टेंट वाले को पैसा देना भूल गये।
महेश्वर कश्यप ने कलेक्ट्रेट में शिकायत पत्र सौंपने के दौरान चर्चा में बताया कि मैं ग्राम कलमीभाठा, तिलकेजा विकास खंड कोरबा जिला कोरबा का निवासी हूँ। मेरा व्यवसाय टेंट लगाना है। कोरोना काल में शा०उ०मा०वि० तुमान क्वारेन्टाइन सेंटर में सरपंच ललिता पैकरा और सचिव नंद कुमार चौकसे के मौखिक मांग पर मैं 6 नग मेट, 30 सेट गद्दा, चादर, तकिया को दिए थे। जो कि 05 मई 2020 से 18 जून 2020 तक उपलब्ध कराया गया था, जिसका 61350/- (इक्सठ हजार तीन सौ पचास रूपए) किराया बनता है। मेरे द्वारा सरपंच सचिव से किराए के पैसे का मांग लगातार आज तक किया जाता आ रहा है, परंतु उनके द्वारा आज तक मुझे किराये की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। जब भी मांगता हूँ तो मेरे बातों को टालते हुए समय बढ़ाते रहते हैं परंतु आज तक पैसा प्राप्त नहीं हुआ है. जिससे मैं आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा हूँ क्योंकि यहीं व्यवसाय मेरे जीविकोपार्जन का एक मात्र साधन है।
अब देखना होगा कि शासन प्रशासन इस विषय पर क्या कार्रवाई करते हैं। या फिर सचिव सरपंच अपने पहुंच का फायदा उठाते हुए मनमाने कार्य का झोलझाल जारी रखेंगे।