सम्पत्ति लालच में दिया इस वारदात को अंजाम, भाई ने बड़ी बहन के साथ किया रेप फिर कर दी हत्या, आरोपी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ जशपुर:– पुलिस को अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में बड़ी सफलता मिली है। चौकी कोतबा थाना बागबाहर क्षेत्र में एक महिला की लाश मिली थी. दरअसल, चौकी कोतबा क्षेत्र के ग्राम में 22 फरवरी के सुबह अज्ञात महिला का शव नग्न हालत में खेत में पड़ा मिला था। सूचना पर पुलिस द्वारा मौके में पहुंच कर अज्ञात महिला का पहचान कराने के बाद मृतिका के भाई आरोपी द्वारा मौका में शव पहचान कर रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी बड़ी बहन 20 फरवरी के शाम को इसके घर आई थी दूसरे दिन 21 फरवरी को अपने चाची के साथ पास के गांव में उधारी का पैसा लेने सुबह गयी थी शाम के 04.00 बजे करीबन वापस दोनों आये। 21 फरवरी की रात अपनी मां के साथ मृतिका सोयी थी कि करीब 10.00 बजे रात बिना बताये कहीं जाने की रिपोर्ट पर मर्ग कायम कर मृतिका के शव का पंचनामा कार्यवाही कर पीएम कराया गया। शार्ट पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा मृतिका की मृत्यु गला दबाने पर आंतरिक चोंट पहुंचा कर हत्या करना लेख करने पर 23 फरवरी को अज्ञात आरोपी विरूद्ध अपराध धारा 302 भा.द.वि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह (IPS) द्वारा विशेष टीम गठित किया गया। विवेचना दौरान ज्ञात हुआ कि मृतिका आरोपी की बड़ी बहन थी। मृतिका के मायके के सदस्यों से पूछताछ पर यह पता चला कि मृतिका 20 फरवरी के शाम को अपने मायके आई थी दूसरे दिन 21 फरवरी को अपने चाची के साथ उधारी का पैसा लेने सुबह गयी थी शाम के 04.00 बजे करीबन वापस दोनों आये थे। पूछताछ पर मृतिका का भाई बताया कि घर आने के बाद उनकी मां अपने पेंशन का मिला रूपया को मुर्गा लेने के लिये अपने बेटा को 500 रूपया दिया मुर्गा लाकर बना रहा था, उसी समय गांव के आये व्यक्ति से शराब पीने के लिये रूपया मांगने से उसे 200 रू० दिया। तब अपने मां के साथ 100 रु० का महुआ शराब लेकर वापस घर आकर मृतिका, मां, भाई और गांव का व्यक्ति बैठकर शराब पीये। आया व्यक्ति शराब पीकर अपने घर चला गया।
संपत्ति को लेकर हुआ विवाद, फिर ऐसे दिया वारदात को अंजाम
मृतिका, भाई, मां तीनों बातचीत करत हुए बैठे थे इसी बीच मां ने कहा कि “बेटी तू भी मेरी आधी सम्पति की हकदार है”, यह बोलने पर मृतिका अपने भाई से बोली कि मां ठीक ही तो बोल रही है मैं भी तो आधी सम्पति की हकदार हूं जिसे सुनकर भाई को खराब लगा इसी बात पर वाद विवाद हो गया।मृत्तिका व उसकी मां बिना खाना खाये एक साथ परछी पर सो गये जबकि आरोपी अपने कमरे में पत्नी के साथ सोने चला गया, जिस पर इसकी पत्नी बोली की तुम्हारा मुह बदबू कर रहा है। यह कह कर इसकी पत्नी सो गयी। कुछ देर बाद मृत्तिका पेशाब करने के लिये बाहर निकली उसी समय आरोपी भी बाहर निकल कर घर के आंगन में मृतिका को पटककर जबरन दुष्कर्म किया। तब मृतिका ने कहा कि घटना की बात मैं मां को बताउंगी। यह बात बताने के लिये आरोपी ने मना किया तब भी मृतिका बताउंगी बोलते हुए वापस अपने मां के साथ खाट में सो गयी और आरोपी भी अपने कमरे में चला गया। तब आरोपी मन ही मन सोचने लगा कि यदि घटना की बात मां को बता देगी तब मेरी बहुत बदनामी होगी इसलिये बदनामी के कारण रात्रि करीब 11-12 बजे आरोपी आरोपी ने पैतृक जमीन को मृतिका को हिस्सा न देना पड़े सोच कर, मृतिका के गला को गमछा से कस कर हत्या कर दिया।उसी समय आरोपी की मां जग गयी तब आरोपी ने उसे “चुप रहना यह बात किसी को मत बताना कहकर शांत करा दिया।” आरोपी ने मृतिका के लाश को अपने कंधा में लादकर गांव के खेत के किनारे लेटा दिया और मृतिका के कपड़े को उपर उठा कर मृतिका को नग्न हालत में कर उसके शरीर को दांतों से काट दिया। इसके बाद आरोपी घर वापस आकर सो गया। अगले दिन आरोपी के द्वारा लाश की पहचान शिनाख्तगी में भी जानबूझ कर विलम्ब किया गया जिससे आरोपी शुरूवात से ही संदेह का दायरे में था।मृतिका द्वारा मां की सम्पति में अपना हक मांगे जाने से आरोपी पहले से आकोशित था तथा बाद में जबरन शारीरिक संबंध बनाकर मृतिका के साथ उसने बलात्कार भी किया। बहन के साथ बलात्कार का रहस्य उदघाटन एवं लोक लाज के भय तथा अपनी सम्पति में हिस्सा कम हो जाने के आकोश में आरोपी के द्वारा अपनी बहन मृतिका का गमछे से गला दबा कर हत्या करना स्वीकार किये जाने पर आरोपी को भादवि धारा 302, 376, 201 के तहत 26 फरवरी को गिरिफ्तार कर न्यायिक अभिरक्छ में भेजा गया।सम्पूर्ण मामले में पुलिस अधीक्षक जशपुर द्वारा एक टीम गठित की गयी जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप के मार्गदर्शन में मामले की पता साजी एवं विवेचना कर निर्देश दिये गये। पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पत्थलगांव हरीश पाटिल के नेतृत्व में चौकी प्रभारी नारायण साहू, अनंत मिरास किस्पोट्टा, मोहन बंजारे, बुटा सिंह, मुकेश पाण्डेय, तुलसी रात्रे का विशेष योगदान रहा है।