मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: बीजापुर में 175 जोड़ों की हुई शादी,कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधियों हुए शामिल
दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई को दूर करने में निभा रही है अहम भूमिका
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत आज बीजापुर जिले में 175 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। इस मौके पर कलेक्टर अनुराग पाण्डेय सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने नवदंपति को सुखद वैवाहिक जीवन की आशीष दी।जिला प्रशासन एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में हिन्दू 95, आदिवासी 62 एवं इसाई रीति रिवाज से 18 नवदंपतियों का विवाह उत्साह, उमंग और पारंपरिक बाजे-गाजे के आयोजन के साथ सम्पन्न हुआ।
विवाह में शामिल सभी नवजोड़ों को राज्य शासन की ओर से 21-21 हजार रूपये की सहायता राशि दी जा रही है। नवदंपत्तियों को सहायता राशि का चेक भी वितरित किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुड़ियम, जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे, नगरपालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया सहित डिप्टी कलेक्टर दिलीप उईके, विकास सर्वे, जिला कार्यक्रम अधिकारी लूपेन्द्र महिनाग सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी उत्साह के साथ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को कन्या के विवाह के संदर्भ में होने वाली आर्थिक कठिनाईयों का निवारण, विवाह के अवसर पर होने वाले फिजूलखर्ची को रोकना एवं सादगीपूर्ण विवाहों को बढ़ावा देने एवं उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार, सामूहिक विवाहों का प्रोत्साहन तथा विवाहों में दहेज के लेन-देन की रोकथाम करना है।
छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कन्या विवाह योजना का संचालन किया जाता है। शासन द्वारा कन्या विवाह में सम्मिलित होने वाले प्रत्येक जोड़ो को 50 हजार रुपये का अनुदान स्वीकृत किया जाता है, जिसमें से 21 हजार रुपये कन्या को वित्तीय सहायता के रूप में बैंक खाते के माध्यम से राशि का भुगतान किया जाता है। इसी तरह 15 हजार रूपये का उपहार सामग्री, 6 हजार रुपये का वर-वधु का श्रृंगार एवं वस्त्र इत्यादि तथा 8 हजार रूपये विवाह के आयोजन पर व्यय किया जाता है। इस तरह प्रत्येक जोड़ो को 50 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की जाती है।