कोंडागांव में कब-बुलबुल टीम एवं स्वास्थ्य विभाग ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस
“टीकाकरण कई खतरनाक और गंभीर बीमारियों को रोकने का एक प्रभावी माध्यम है”
*कोंडागांव 17 मार्च 2024/* भारत स्काउट एवं गाइड जिला संघ कोंडागांव के जिला संरक्षक एवं कलेक्टर कुणाल दुदावत, जिला शिक्षा अधिकारी एवम् भारत स्काउट एवं गाइड के जिला आयुक्त आदित्य चांडक के निर्देशानुसार तथा जिला संगठन आयुक्त भीषभदेव साहू, खंड चिकित्सा अधिकारी श्रीमती दिव्या तिवारी के कुशल मार्गदर्शन तथा प्रधान अध्यापक एवम् कब मास्टर पवन कुमार साहू, स्वास्थ्य संयोजक महिला श्रीमती किरण उसरे ,स्वास्थ्य संयोजक पुरुष भोजराज बघेल बड़ेबेंदरी के कुशल नेतृत्व में शासकीय प्राथमिक शाला मुरारीपारा बड़ेबेंदरी में मुख्य अतिथि श्रीमती किरण उसरे, विशिष्ट अतिथि भोजराज बघेल स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरस्वती माता की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर अंतरराष्ट्रीय टीकाकरण दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि किरण उसरे एवं विशिष्ट अतिथि भोजराज बघेल ने अंतरराष्ट्रीय टीकाकरण मनाये जाने के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि “टीकाकरण कई गंभीर संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए काफी जरूरी होती है। लोगों को वैक्सीन के इसी महत्व को समझने के मकसद से हर साल 16 मार्च को अंतरराष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता हैं। आज ही के दिन 0 से 5 वर्ष तक के बच्चो को 16 मार्च 1995 को भारत में मुंह के जरिए पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी। तब से प्रतिवर्ष 16 मार्च को अंतरराष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। 0 से 16 साल तक के बच्चों को विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियों से बचने के लिए अनेक प्रकार की टीकाकरण लगाई जाती है। जैसे बीसीजी, पोलियो , हेपेटाइटिस, डीपीटी, पेंटा, रोटा, पी सी वी, एफ आई पी वी, मिजल, रूबेला जैसे टीके लगाए जाते हैं।
तत्पश्चात प्रधान अध्यापक पवन कुमार साहू ने अंतर्राष्ट्रीय टीकाकरण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस दिन का शुभारंभ भले ही बच्चों के टीकाकरण के साथ हुई हो लेकिन इसका महत्व सभी के लिए है। दरअसल टीका सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि बड़ों के लिए भी जरूरी होता है। “वैक्सीन खतरनाक और गंभीर बीमारियों को रोकने का एक प्रभावी माध्यम है।” जैसे वैक्सीन के महत्व का सबसे बड़ा उदाहरण हाल ही में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान देखने को मिला। WHO के मुताबिक हर साल टीकाकरण की मदद से करीब दो-तीन मिलियन लोगों की जान बचाई जाती है ।कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती किरण उसरे, भोजराज बघेल, एल एल नाग, पवन कुमार साहू, उत्तरा साहू, संतोषी पटेल, दौलत राम यादव एवं कब-बुलबुल टीम का विशेष सहयोग रहा।