कोंडागांव जिले के जनपद पंचायत माकड़ी में टीबी मुक्त पंचायत के लिए सरपंचों का एक दिवसीय कार्यशाला
कोंडागांव – कोंडागांव जिला के आकांक्षी ब्लॉक माकड़ी ने अपने छठवें सूचकांक टीबी मुक्त जनपद के ओर अग्रसर हो रहा है। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के अध्यक्षता में ग्रामपंचायत सरपंचों की बैठक जनपद सभागार में सम्पन्न हुई। जिसमें ग्रामपंचायत सरपंचों के अलावा रोजगार सहायक भी सहभागी रहे। मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं के दिशा निर्देशन में विकास खण्ड को टीबी मुक्त बनाने का कार्य चल रहा है।
ज्ञात हो कि भारतवर्ष को टीबी मुक्त राष्ट्र बनाने का लक्ष्य 2025 का लक्ष्य रखा गया है। जिसके तहत निर्धारित मापदंडों के आधार पर माकड़ी के 11 पंचायतें टीबी मुक्त पंचायत की पात्रता रखती है। एक हजार की जनसंख्या पर तीस लोगों का बलगम जांच और उक्त पंचायत में एक हजार की जनसंख्या में एक या एक भी टीबी रोगी न हो। ऐसे पंचायतों को चिन्हित कर टीबी मुक्त पंचायत की घोषणा करने की पहल की प्रक्रिया शुरू हुई है। टीबी मुक्त पंचायत की सूची निर्माण कर जिला को प्रेषित किया गया। जिसका अवलोकन और मुल्यांकन जिला और प्रदेश की टीम करेगी। अवलोकन के दौरान सभी चयनित पंचायतों में टीम भ्रमण कर ग्रामपंचायत के जनप्रतिनिधियों और सम्बंधित लोगों से बातें कर विभागीय दस्तावेजों का निरीक्षण करेगी। निरीक्षण के दौरान सही पाये जाने वाले पंचायतों की सूची जिला कलेक्टर को प्रेषित किया जायेगा। उक्त जानकारी खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक माकड़ी ने बैठक में बताया की विकसित जनपद बनाने के लिए स्वास्थ्य के सभी सूचकांकों को पुरा करना होगा। जिसमें छठवां सूचकांक टीबी मुक्त पंचायत है। विभाग द्वारा टीबी मुक्त पंचायत की प्रस्तुत सूची का सत्यापन सभी ग्रामपंचायतें अपने स्तर पर कर ले। टीबी के लक्षण, उपचार और शासन की सेवाओं की जानकारी सभी ग्रामवासियों को होनी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग के सहयोगी संस्था पिरामल फाऊंडेशन आपके पंचायतों में सम्पर्क कर आपको सहयोग कर रही है। इनके द्वारा दिये गये सुझावों पर भी सभी लोग अमल करें। यदि कहीं कोई कभी दिखे तो समय रहते उसे पूर्ण करें। सूची में सामिल पंचायतों के अलावा अगले वर्ष तक सभी पंचायतों को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखिये। इसे आप सिर्फ स्वास्थ्य विभाग का कार्य न माने। यह सबका दायित्व और कार्य है।