एनआईटी रायपुर में किया गया अविन्या का इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एकदिवसीय मुख्य कार्यक्रम आयोजन
छत्तीसगढ रायपुर :– राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के इनोवेशन सेल (आई सेल) द्वारा इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एकदिवसीय मुख्य कार्यक्रम ‘अविन्या’ का आयोजन दिनांक 09 फरवरी 2024 को दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यक्रम के अंर्तगत शिक्षा और उद्योग के विशेषज्ञों का आकर्षक वक्ता सत्र, विभिन्न प्रोजेक्ट्स को प्रदर्शित करने वाला एक इनोवेशन एक्सपो, नवचारों के लिए एक मंच प्रदान करने वाला एक रोमांचक पिचिंग इवेंट और ज्ञानवर्धक पैनल सत्र सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी (chips)के सीईओ आईएएस रितेश अग्रवाल रहे। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि एनआईटी की निदेशक (प्रभारी) डॉ. ए.बी. सोनी और यूनिसेफ के सीईओ श्री जॉब जचरिया थे। अविन्या’24 का आयोजन प्रमुख, करियर डिवेलपमेंट सेंटर, डॉ. समीर बाजपई और आई-सेल के फैकल्टी इन इंचार्ज डॉ. सौरभ गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में किया गया। इवेंट की शुरुआत उद्घाटन समारोह में दीप प्रज्वलन के साथ हुई। डॉ. समीर बाजपई ने अविन्या का शाब्दिक अर्थ बताते हुए संस्थान में संचालित विभिन्न क्लब्स के बारे में बताया जो छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डॉ. ए. बी. सोनी ने इनोवेशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में इनोवेशन, विकास और अस्तित्व के लिए आवश्यक है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाए और समस्याओं का समाधान हो सके। इसी क्रम में श्री जॉब जचरिया ने देश की जीडीपी को प्रभावित करने वाले विभिन्न पहलुओं एवं स्टार्टअप्स और इनक्यूबेशन हब की आवश्यकता और महत्व बताते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया। आईएएस रितेश अग्रवाल ने थॉमस अल्वा एडिसन का उदाहरण देते हुए इनोवेशन के महत्व और जीवन में सदैव कोशिश करते रहने के लिए छात्रों को प्रेरणा दी। उन्होंने “इनोवेशन इज ड्रीमिंग एंड डेयरिंग” कथन पर अपने विचार साझा करते हुए सरकार द्वारा स्टार्टअप कल्चर को बड़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी बताया। अंत में डॉ. सौरभ गुप्ता ने इनोवेशन सेल को अविन्या के सफल आयोजन की शुभकामनाएं देते हुए उद्घाटन समारोह का समापन किया।स्पीकर सेशन के दौरान जॉफ-फूड्स के फाउंडर आकाश अग्रवाल ने स्टार्टअप संबंधित विभिन्न शंकाओं का समाधान दिया और बताया कि यदि आपके पास अच्छे आइडियाज हैं तो फंडिंग के लिए कई इन्वेस्टर्स आपके सामने आएंगे। छात्रों को सिर्फ अपने आइडियाज को अच्छी तरह से प्रस्तुत करना आना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप शुरू करने के लिए आपको आज से ही मेहनत शुरू करनी होगी और सबसे पहले अपने आपको जानना होगा। अविन्या जैसे इवेंट में भाग लेने से आप कुछ न कुछ सीख कर ही जायेंगे और वही जीवन में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। अंत में आकाश ने छात्रों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए अपने स्टार्टअप को शुरू करने में आई समस्याओं और उनके द्वारा किए गए समाधानों के बारे में बताया। इसी क्रम में डीबीओआई के डायरेक्टर अजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि सफल होने का मतलब जीवन में खुश रहना है, छात्रों को कॉम्पिटिशन की धारणा न रखते हुए स्वयं में प्रत्येक दिन कुछ न कुछ सुधार लाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि विद्यार्थियों को अपनी प्रोब्लम सॉल्विंग स्किल्स को बढ़ाना चाहिए ताकि भविष्य में आने वाली जॉब रिलेटेड किसी भी चुनौती का सामना कर सकें।स्पीकर सेशन के बाद कार्यक्रमों की श्रृंखला में एक ज्ञानवर्धक पैनल सेशन का आयोजन किया गया, जिसमें आइसबर्ग क्रिएशन के को-फाउंडर दीपक पारीक, कैटानेट के सीटीओ समीर रंजन और क्लाइमेंटजा सोलर के फाउंडर पैनलिस्ट थे। दीपक ने अपने आइडिया पर काम करने, अच्छी संगति में रहने, बेहतर बनने के लिए अपने प्रतियोगियों के काम का विश्लेषण करने और अनुकूल परिस्थितियों एवं स्पष्ट विचारों का इंतजार करने के बजाय उसी समय काम शुरू करने की सलाह दी। अक्षय ने सभी से सीखने के लिए उत्साहित रहने की अपील की और स्टार्ट-अप आइडिया के लिए स्वयं की समस्या का समाधान करने का सुझाव दिया। समीर ने टेक्निकल स्किल्स के साथ सॉफ्ट स्किल्स के महत्व पर प्रकाश डाला और समझाया की अच्छे आइडिया के लिए एक्सपोजर के बजाय समस्या का समाधान ढूंढने की ललक अधिक आवश्यक है। इसके साथ ही सभी ने नेटवर्किंग, ड्रॉपशिपिंग, मार्केटिंग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा किए।इन सभी के अलावा अविन्या में इनोवेशन एक्सपो का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने स्मार्ट डस्टबिन, स्मार्ट इनफैंट इनक्यूबेटर, सोलर इनफैंट इनक्यूबेटर और मल्टीफंक्शनल रोबोटिक आर्म जैसे अपने आइडिया का प्रदर्शन किया। समापन समारोह में ड्रामाटिक्स क्लब अभिनय ने नाटक, म्यूजिक क्लब रागा ने प्रस्तुति दी