कोरबा के सीमावर्ती मंडियों में खपाया जा रहा है पडोसी जिला का धान, निगरानी समिति पस्त धान माफिया मस्त..
कोरबा _प्रदेश में इन दिनों डबल इंजन की सरकार और सुशासन की भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश भर में धान समितियों द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी जोरों पर है!
कोरबा जिला में भी इन दिनों शासन द्वारा प्रति एकड़ इक्कीस क्वींटल धान की खरीदी किसानों से लिया जा रहा है कोरबा जिला में धान की उत्पादन पड़ोसी जिला जांजगीर चांपा , सक्ती, बिलासपुर और रायगढ़ जिला से कम हैं! धान के व्यापारी माफिया लोग इन कोरबा जिला से लगे पड़ोसी जिलों से धान की खरीदी करके ट्रेक्टर, पिकप और मेटाडोर माजदा वाहनों से परिवहन किया जा रहा है और सभी सीमावर्ती मंडियों में खपाया जा रहा है!
जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तर पर धान खरीदी बिक्री के लिए निगरानी समिति का गठन किया गया है लेकिन निगरानी समिति के सदस्य सक्रिय नहीं है जिसका फायदा धान का व्यपार करने वाले लोग उठा रहे हैं और शासन प्रशासन का लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं!
सक्ती और जांजगीर चांपा जिला से प्रतिदिन कोरबा जिला में अवैध धान का परिवहन हो रहा है शासन द्वारा पहले जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों में बेरियर लगाया जाता रहा है लेकिन वर्तमान में बेरियर नहीं लगाया गया है जिससे बेरोकटोक धान माफिया धान का परिवहन कर रहे हैं जिसे भैसमा सक्ती मार्ग पर देखा जा सकता है और उस धान को जांजगीर चांपा और सक्ती जिला से लगे कोरबा जिला के मंडियों में खपाया जा रहा है!