कोंडागांव, 13 नवंबर 2024: खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए 14 नवंबर से धान खरीदी का कार्य शुरू होगा। इसके लिए जिले के 67 उपार्जन केंद्रों में सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर जिले के 55 हजार 271 किसानों में उत्साह का माहौल है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार जिले के सभी खरीदी केंद्रों में किसानों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है, जिससे उन्हें अपने धान बेचने में परेशानियों का सामना न करना पड़े। साथ ही धान खरीदी के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने आज जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में उन्होंने सभी समितियों के प्रभारियों की बैठक लेकर निर्देश दिए कि धान खरीदी के कार्य में किसी भी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी कर्मचारियों को अपने दायित्वों का निर्वहन गंभीरता एवं सतर्कता के साथ करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी केन्द्रों में साफ सफाई की उचित व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, बायोमेट्रिक डिवाईस, सीसीटीव्ही कैमरे, इलेक्ट्रॉनिक तौल यंत्र, बारदाने, आर्द्रता मापक यंत्र सहित सभी आवश्यक पंजीयों की उपलब्धता की जानकारी ली।
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान राज्य के किसानों से धान की खरीदी 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक की जाएगी। धान खरीदी के लिए जिले में 67 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं, जिसमें जिले के 55 हजार 271 किसान अपना धान बेचेंगे। वर्ष 2023-24 की तुलना में इस वर्ष पंजीकृत किसानों की संख्या में 03 हजार 239 वृद्धि हुई है। धान खरीदी की अधिकतम सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित की गई है। समितियों द्वारा सोमवार से शुक्रवार तक शासकीय अवकाश दिवस को छोड़कर धान खरीदी की जाएगी। शासन द्वारा धान खरीदी कार्य में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से बायोमेट्रिक आधारित खाद्यान्न उपार्जन प्रक्रिया लागू की गई है, जिसके अंतर्गत प्रदेश में खरीफ वर्ष 2024-25 में भी गत वर्ष के अनुसार बायोमेट्रिक आधारित धान खरीदी व्यवस्था लागू रहेगी। बायोमेट्रिक आधारित धान खरीदी हेतु किसान स्वयं या उसके द्वारा नामांकित एक नामिनी को खरीदी केन्द्र में उपस्थित होकर बायोमेट्रिक एथेन्टिकेशन के आधार पर धान विक्रय किया जा सकेगा।
धान खरीदी केन्द्रों में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी इलेक्ट्रॉनिक तौल यंत्र के माध्यम से की जाएगी। साथ ही सभी केन्द्रों में आर्द्रतामापी यंत्र के माध्यम से धान की नमी की जांच की जाएगी और किसी भी स्थिति में 17 प्रतिशत से अधिक नमी का धान क्रय नहीं किया जाएगा।
अन्य राज्यों से धान के आवक पर कड़ी निगरानी
राज्य शासन के निर्देशानुसार 14 नवंबर 2024 से 30 अप्रैल 2025 तक अन्य राज्यों से धान का आयात प्रतिबंधित रहेगा। इसके लिए जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से लगे 21 स्थानों को चिन्हांकित कर 24 घंटे निगरानी की जा रही है, जिसके लिए पुलिस, वन एवं राजस्व विभाग के संयुक्त टीम की ड्यूटी लगाई गई है। कलेक्टर ने चेकपोस्ट में तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पूरी सतर्कता और सजगता के साथ मालवाहक वाहनों की जांच करने के निर्देश दिए हैं।