03 मई को “विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस” हम मनाते हैं।पत्रकार बंधु ‘अपने जान को जोखिम पर लगाते हैं।।
और सच्चाई को इस दुनियां के सामने वह लाते है।।
पत्रकारिता में लोगों ने तो अपने जान को गंवाएं। पत्रकार बंधु करते सबसे जोखिम से भरा वह काम पत्रकारिता है जिसका नाम।।
पत्रकारिता का लोकतंत्र में है चौथे स्तंभ का स्थान।पत्रकारों की आवाजो को, कोई भी दबा नहीं सकता,गुनाहगार चाहे कोई भी हो, गुनाह छिपा नहीं सकता।।
03 मई के विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस हम मनाते हैं। सभी पत्रकारो के आगे श्रद्धा से सिर झुकाते हैं।।