मुरारीपारा में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ बसंतोत्सव एवं मातृ- पितृ दिवस मनाया गया
कोंडागांव – छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर एवं जिला कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देशानुसार तथा जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मधुलिका तिवारी, खंड शिक्षा अधिकारी मनोज दुबे के कुशल मार्गदर्शन में 14 फरवरी 2024 को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर मां सरस्वती की पूजन के साथ-साथ मातृ – पितृ दिवस शाला परिसर में विद्यार्थियों एवं पालको के साथ आयोजन किए जाने के संबंध में निर्देश प्राप्त हुआ था। जिसके परिपालन में शासकीय प्राथमिक शाला मुरारीपारा के प्रधान अध्यापक पवन कुमार साहू एवं शासकीय उच्च प्रा शाला के प्रधान अध्यापक बी आर तुरकर के कुशल नेतृत्व में प्राथमिक एवम् माध्यमिक विभाग द्वारा संयुक्त रूप से स्व सहायता समूह के अध्यक्ष श्रीमती जानकीबाई चौहान के मुख्य अतिथि में तथा शाला प्रबंधन समिति के सदस्य पार्वती कोर्राम ,श्रीमती रमशिला कश्यप , फागेश्वरी कश्यप, कमला नेताम ,जगदंबा यादव ,जय सिंह नेताम ,फूल सिंह मांडवी के मुख्य अतिथि में मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
बसंत पंचमी के पावन अवसर पर शासकीय प्राथमिक शाला मुरारीपारा के प्रधान अध्यापक पवन कुमार साहू एवम् उच्च प्राथमिक शाला के प्रधानाध्यापक बी आर तूरकर ने जानकारी देते हुए कहा कि माता सरस्वती की बिना आराधना के ज्ञान अधूरी होती है। इसलिए हमें प्रतिदिन नियमित रूप से सो उठकर अपने माता-पिता का आशीर्वाद लेकर माता सरस्वती का नियमित पूजा अर्चना करते हुए जीवन में आगे बढ़े।
इस अवसर पर उपस्थित सभी मातृ–पितृ एवं मुख्य अतिथियों का शिक्षकों एवं शाला परिवार की ओर से पुष्प गुच्छ एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात प्राथमिक शाला मुरारीपारा के छात्राएं कुमारी विनीता ,सरिता, सवीना ,वंदना लछनी, प्रतिमा, कुलेश्वरी, शशि एवं साथी ने सुमधुर स्वागत गीत एवम् सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ अतिथियों का स्वागत करते हुए रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर छात्र छात्राएं, शिक्षकों एवम् पालकों के अलावा शाला प्रबंधन समिति एवं स्व सहायता समूह के सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक धनपत नेताम , परमानंद पटेल, श्रीमती संतोषी पटेल, श्रीमती उत्तरा साहू ,श्रीमती तुलसीबती बघेल, दौलत राम यादव, विद्या राठौर, वीणा राठौर,सोमू राम यादव, श्रीमती मानबाई भंडारी, श्रीमती सुप्रिया कांगे का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों को प्रसाद वितरण कर भोजन कराकर कार्यक्रम का समापन किया गया।