छुरिया:अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति संघर्ष मोर्चा ब्लाक इकाई छुरिया के तत्वावधान में गत 01 अगस्त को उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गयी अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण में क्रीमिलेयर एवं उपवर्गीय करण के फैसले के खिलाफ भारत का समर्थन करते हुए छुरिया विकास खंड के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों ने हजारों की संख्या में उपस्थित होकर ब्लाक मुख्यालय छुरिया में विशाल रैली एवं जनसभा कर अपना आक्रोश व्यक्त किया तथा राष्ट्रपति के नाम पर स्थानीय तहसीलदार विजय कुमार कोठारी को सभा स्थल पर ज्ञापन सौंपा।अनुसूचित जाति- जनजाति जनजाति मोर्चा के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने एक दिन पूर्व ही व्यापारी संघ के अध्यक्ष के बैठक आयोजित एवं सभी व्यापारियों से मुलाकात कर छुरिया बंद के लिए समर्थन मांगा था।व्यापारी संघ के अध्यक्ष एवं सभी व्यापारियों के सहमति मिलने पर छुरिया बंद शतप्रतिशत सफल रहा।कार्यक्रम का शुभारंभ डाॅ.अंबेडकर भवन से अंबेडकर जी के प्रतिमा के सामने पूजा अर्चना के साथ हुआ।अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति वर्ग के समस्त समाज प्रमुखों के नेतृत्व में विशाल रैली मुख्यमार्ग से होकर नया बस सटैण्ड में सभा के रूप में तब्दील हो गया।सभा का शुभारंभ अनुसूचित जाति – अनुसूचित जनजाति वर्ग के शहीद वीर सपूतों के पूजा अर्चना एवं भारतीय संविधान के उदेशिका के वाचन एवं शपथ के साथ हुआ पश्चात सभी समाज प्रमुखों का स्वागत किया गया। सभा को संबोधित करते गोंड़ महासभा ओड़ारबांध के अध्यक्ष मदन नेताम ने कहा कि हमारे समाज के महापुरुषों के बलिदान एवं संविधान के शिल्पी डाॅ.भीमराव अम्बेडकर एवं उनके टीम के अथक प्रयासों के परिणाम स्वरूप हम भारतीयों को विश्व के सर्व श्रेष्ठ संविधान मिल पाया है। सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को उनके समान स्तर तक लाने के लिए संविधान में आरक्षण का प्रावधान किया गया।हम अभी ठीक से आगे बढ़ नहीं पाये है और हमारे आरक्षण पर कुठाराघात किया जा रहा है। जिसे हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। अंबेडकर भवन निर्माण समिति छुरिया के संयोजक शिव प्रसाद टेंमरे ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग में भाईचारा की भावना है जिसे हमारे आरक्षण में वर्गीकरण करके भाईचारा की भावना को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है जिसका हमारा समाज पुरजोर विरोध करता है। ललिता कंवर ने कहा कि अब समय आ गया है कि सामाजिक विचारधारा के व्यक्ति को संसद एवं विधानसभा में भेजना पड़ेगा क्योंकि राजनीतिक विचारधारा के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के चुने हुए सांसद एवं विधायक कमजोर एवं दबे कुचले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों के हितों के बारे उचित पटल पर अपनी बात नहीं रख पाते। सभा को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के सभी समाज प्रमुखों एवं युवाओं ने संबोधित किया। कु.ईश्वरी टेम्भूरकर ने आरक्षण हमारा हक पर शानदार गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सफल संचालन आदिवासी कोयतुर गोंड़ समाज के ब्लाक अध्यक्षएवं सर्व आदिवासी समाज के जिला संरक्षक दिनेश कुरेटी दिलेर एवं आभार प्रदर्शन सआस के ब्लाक अध्यक्ष पवन चन्द्रवंशी एवं अनिल बाघमारे ने किया।इस अवसर पर प्रमुख रूप से पवन चन्द्रवंशी, बीरसिंग टेम्बूरकर,दयादास जांगड़े,उद्दल सहारे,उदय चन्द्रवंशी,शेरसिंह गोंड़िया, दिनेश कुरेटी दिलेर, लादूराम तुमरेकी,रामक्षत्री चन्द्रवंशी,नंदकुमार गोंड़िया,राधेलाल जोशी,उमेन्द सिंह सोनकुकरा,मोहन कोमरे, खेलन सिंह ठाकुर,दिलीप कोरेटी, कन्हैया कोले, समन उइके,भूपेन्द्र सोरी,आकाश मंडावी, नरेन्द्र मंडावी,अनिल कन्नौजे,नाथूराम सूर्यवंशी,मनभावन उइके,लेखराम चन्द्रवंशी, देशराम कोर्राम, रघुवीर सेवता, उद्धव ठाकुर,अंबिका सलामें ईश्वर दास मंडावी,राजेश नेताम, राजेश पडोटी,वासुदेव चन्द्रवंशी, सुरेन्द्र मंडावी,भगवानी दुग्गा, पवन मंडावी,राजेन्द्र लाडेश्वर आदि सहित कोयतुर गोंड़ समाज,ध्रुव गोंड़ समाज, कंवर समाज, कंडरा समाज, पारधी समाज, महार समाज, बौद्ध समाज,सतनामी समाज, रविदास समाज एवं गंधर्व समाज के लगभग पन्द्रह हजार लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम के सफल एवं शांतिपूर्ण आयोजन में आयोजकों, व्यापारियों, नगरवासियों, समाज के कर्मचारियों एवं समाज के युवा वर्गों का विशेष भूमिका रहा।