3 माह 15 दिन के गर्भवती महिला का डाक्टरों द्वारा कर दिया गया नशबंदी, जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही गर्भवती मां, सवालों के घेरे में है स्वास्थ विभाग के जि़म्मेदार अधिकरी
बलोदाबाजार जिले के कसडोल समुदाय स्वास्थ केंद्र का है, जहा से मिली जानकारी के अनुसार 3 माह 15 दिन के गर्भवती महिला का डाक्टरों द्वारा नशबंदी कर दिया गया है, जिससे कि गर्भवती महिला, जिन्दगी और मौत की बीच झूज रही है, आपको बता दे यह पूरा मामला मटिया ग्राम पंचायत तेंदूभाठा का है, जहा यशोदा कुर्रे ने बताया की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 7 फरवरी को अप्रेशन कर नशबंदी कर दिया गया है, इस दौरान यसोदा कुर्रे 3 माह की गर्भवती थी, महिला पड़ी लिखीं न होने के कारण प्रेगनेंशी की जानकारी नहीं थी, मगर स्वाथ्य विभाग के लापारवाह डॉक्टरो के चलते, आज यसोदा जिन्दगी और मौत के बीच जूझने को मजबूर है,
ये दुखयारी मां, ने बताया जब इस पुरे मामले में स्वाथ्य विभाग के अधिकारियो से जनकारी लेनी चाही तो स्वाथ्य विभाग के अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते हुए नज़र आए।और स्वाथ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपने बचाव के लिए 3 माह 15 दिन की गर्भवती महीला के ऊपर दबाव बनाकर गर्भपात कराने की तैयारी में है