Fact Checkसंपादकीय

15 अप्रैल थर्ड जेंडर विशेष बर ईश्वर कश्यप के भाव एकबार जरूर पड़व

चौरासी लाख जोनी म भटके त मानुष तनल पाएं,

नौ महीना महतारी के गर्भ म रहे फेर धरतीम आएं।

जनम लेके दाईं ददा सो लइकाई मा दूलारल पाएं,

एके दाई ददा के लइका रहेन अलग अलगफेकाएंन।

एकेच भगवान के बनाए हम सब हावन गसंतान,

फेर विधाता हर का बर दे दीस एक अलगपहचान।

आदमी हव की औरत समझ से परे हावयअंजान,

नरक जैइसन जिंनगी होगे अब जीना नईहे असान।

हिजड़ा,कोंचिया, किन्नर कहके सब करथेपरेशान,

हमन भी ककरो लोग लइका हन समझवग इंसान।

तुमन जैइसै हमन ला भी गढ़े हावय ओहिभगवान,

अगर आदर नई कर सकत ह त झन करवग अपमान।

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